बड़ी इलाइची स्वाद के साथ सेहत का भी खजाना भी है

आज के समय में मसालों को केवल रसोई तक ही सीमित समझा जाता है, लेकिन आयुर्वेद में हर मसाले को औषधि का दर्जा मिला है। इन्हीं में से एक है काली इलायची (Big Cardamom / Badi Elaichi)। यह न केवल खाने का स्वाद और सुगंध बढ़ाती है बल्कि अनेक रोगों के लिए औषधि का काम करती है

 काली इलायची क्या है?

काली इलायची का वैज्ञानिक नाम Amomum subulatum है। यह अदरक परिवार की एक औषधीय फली है। बड़ी इलायची का स्वाद तीखा, सुगंधित और हल्का धुएँ जैसा होता है। आयुर्वेद में इसे त्रिदोषहर (वात, पित्त और कफ को संतुलित करने वाली) औषधि माना गया

आयुर्वेद में काली इलायची का वर्णन

चरक संहिता और सुश्रुत संहिता में इलायची को दीपन (भूख बढ़ाने वाली), पाचनशक्ति दुरुस्त करने वाली और वात-कफ नाशक बताया गया है।

यह हृदय को बल प्रदान करती है, श्वसन तंत्र को मजबूत करती है और शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालती है।

 काली इलायची के स्वास्थ्य लाभ

पाचन तंत्र के लिए लाभकारी

  • गैस, अपच, कब्ज और पेट दर्द में यह रामबाण है।
  • भोजन के बाद काली इलायची चबाने से पाचन रस सक्रिय होता है।

हृदय और रक्तचाप नियंत्रण

  • इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और पोटैशियम रक्तचाप नियंत्रित करने में सहायक हैं।
  • नियमित सेवन से हृदय की धड़कन संतुलित रहती है।

श्वसन रोगों में राहत

  • दमा, खाँसी, जुकाम और सांस फूलने में काली इलायची अत्यंत उपयोगी है।
  • यह श्वसन नलिकाओं को साफ करके साँस लेने में आसानी देती है।

तनाव और नींद में लाभकारी

  • इसकी सुगंध मन को शांत करती है और तनाव कम करती है।
  • अनिद्रा से पीड़ित लोगों के लिए यह उपयोगी है।

त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद

  • इलायची में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण त्वचा संक्रमण और दाग-धब्बों को कम करते हैं।
  • इसका तेल सिर की मालिश के लिए भी लाभकारी है।

मधुमेह और मोटापा नियंत्रण

  • काली इलायची इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाकर ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है।
  • यह वसा को तोड़ने में मदद कर मोटापा घटाती है।

वात-कफ विकारों में लाभकारी

  • गठिया, जोड़ों के दर्द और सूजन में यह राहत देती है।

घरेलू नुस्खे (Home Remedies with Big Cardamom)

गैस और अपच में

  •  काली इलायची को तवे पर हल्का सेंककर पाउडर बना लें और गुनगुने पानी के साथ लें।

खाँसी-जुकाम में

  • काली इलायची के बीज को शहद में मिलाकर दिन में 2 बार लें।
  • यह बलगम को साफ कर श्वसन नलिकाएँ खोलता है।

रक्तचाप नियंत्रण में

  • रोजाना सुबह 1 इलायची चबाने से ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है।

नींद न आने पर

  • इलायची के तेल की कुछ बूँदें रुई पर डालकर सूंघने से मन शांत होता है और नींद आती है।

दांत और मुँह की दुर्गंध में

  • काली इलायची चबाने से मुँह की बदबू दूर होती है और मसूड़े मजबूत होते हैं।

जोड़ों के दर्द में

  • काली इलायची के तेल की मालिश करने से सूजन और दर्द कम होता है।

निष्कर्ष

काली इलायची केवल एक मसाला नहीं बल्कि एक संपूर्ण औषधि है। यह पाचन से लेकर हृदय, श्वसन तंत्र, त्वचा और मानसिक स्वास्थ्य तक हर पहलू को लाभ पहुँचाती है। आयुर्वेद के अनुसार इसे नियमित और संतुलित मात्रा में आहार व नुस्खों में शामिल करना लंबे समय तक स्वास्थ्य बनाए रखने का प्राकृतिक उपाय है।

 

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